Wednesday, July 20, 2011

श्री जुगाई पंचकम स्त्रोत्रम.

नमस्ते कोसुंबवासिनी ग्रामदेवी सर्वपूजिते ,
सर्वायुधे हस्ते देवी ,श्री जुगाई नमस्तुते //१//
       नमस्ते वरदान,माउली, संगती श्री सुखाई,
       जगत स्थिते,जगन मातर,श्री जुगाई  नमस्तुते//२//
नमस्ते पडलकरीन देवी, रक्षति माहेरवासिनाम,
सर्व दु :ख हरे देवी,श्री जुगाई नमस्तुते//३//
        सिद्धी बुद्धी प्रदे देवी,सामर्थ शक्ती प्रदायनी,
        भक्ती मुक्ती प्रदे देवी,श्री जुगाई  नमस्तुते//४//
देवशेते प्रकट स्थिते ,आदी शक्ती महेश्वरी,
मोह ताप हरे देवी, श्री जुगाई  नमस्तुते//५//
         श्री जुगाई पंचकम स्त्रोत्रम,य: पठेत नित्य जन:/
         सर्व शक्ती,सर्व सिद्धी,सर्व भाग्यम,प्राप्नोति सर्वदा//

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